HII दोस्तो कैसे हैं आप सब
आज आप सभी को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के बारे में बताया गया है, जो भी आपके परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है वह आपको दी जा रही है दोस्तो जानने के लिए बहोत सी बातें है पर मैं आपको उतना ही बताऊंगा जितने से 90 – 99% उम्मीद है आएगी इसलिए मैने उन बातों को नही लिए जिनके आने के कम उम्मीद है। इसलिए आपको जितना इसमे बताया जा रहा है उतना आप जरूर याद रखे और दोस्तो अगर आपको पसंद आये तो प्लीज शेयर करे और अगर कुछ सुझाव या प्रश्न हो तो कॉमेंट बॉक्स में लिखे, हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे।
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CAG GK |
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) क्या होता है ???
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक को आम तौर पर ‘कैग’ के नाम से जाना जाता है।
भारतीय संविधान के अध्याय 5 द्वारा स्थापित एक प्राधिकारी है जो भारत सरकार तथा सभी प्रादेशिक सरकारों के आय-व्यय का लेखांकन करता है।
वह सरकार के स्वामित्व वाली कम्पनियों का भी लेखांकन करता है।
इस समय पूरे भारत की इस सार्वजनिक संस्था में 58,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।
भारत के नियन्त्रक एवं महालेखा परीक्षक का कार्यालय 9 दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर नई दिल्ली में स्थित है।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के बारे में महत्वपूर्ण बाते
सीएजी की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है
और इसे उसके पद से केवल उन्हीं आधारों पर हटाया जाएगा, जिस प्रकार से उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश को हटाया जाता है।
अनुच्छेद 148 के अंतर्गत सीएजी भारत सरकार और राज्य सरकार के व्यय के खातो की लेखा जोखा करता है।
कैग सुनिश्चित करता है की धन का विवेकपूर्ण ढंग से, विधि पूर्वक वैध साधनों के माध्यम से उपयोग किया गया है या नही और वित्तीय अनियमित्ता की भी जांच करता है।
डा. भीमराव अंबेडकर के अनुसार, कैग भारतीय संविधान का चौथा स्तम्भ है, अन्य तीन हैं, सर्वोच्च न्यायालय, लोक सेवा आयोग, चुनाव आयोग।
सीएजी का कार्यकाल, वेतन और सेवानिवृत्त होने की आयु का निर्धारण संसद में पारित किये गए कानून के अनुसार किया जायेगा।
सीएजी का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है और सेवानिवृत्त होने की आयु 65 वर्ष होती है।
MOST IMPORTANT NOTE
सीएजी संघ सरकार की रिपोर्ट संघ के प्रमुख राष्ट्रपति को देती है।
और राज्य सरकार की रिपोर्ट राज्य सरकार के प्रमुख राज्यपाल को देती है।
फिर राष्ट्रपति संघ सरकार की रिपोर्ट को संसद में पेश करती है जिससे उस पर चर्चा हो सके।
और राज्यपाल उस रिपोर्ट को राज्य विधानमंडल में पेश करती है जिससे उस पर चर्चा हो सके।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के कर्तव्य और शक्तिया
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक अपने पद के कार्यकाल की समाप्ति के बाद भारत सरकार में अथवा किसी राज्य में कोई पद धारण नहीं कर सकता है ।
सी.ए.जी. के सार्वजनिक निगमों (सरकारी निगमों) के साथ संबंध को निम्नलिखित 3 श्रेणियों में बाँटा गया है।
1) सी.ए.जी. द्वारा पूर्णतः और प्रत्यक्षतः
उदाहरण - दामोदर घाटी निगम, तेल और प्राकृतिक गैस आयोग, एयर इंडिया, इंडियन एयरलाइंस और अन्य।
2) निजी व्यवसाय में रत लेखापरीक्षकों द्वारा
ऐसे निगम हैं -:
केंद्रीय भंडारण निगम औद्योगिक वित्त निगम और अन्य।3) पूर्णतः निजी लेखापरीक्षकों द्वारा
ऐसे में सी.ए.जी. की कुछ भी भूमिका नहीं होती।
निजी लेखापरीक्षक अपने लेखे और वार्षिक रिपोर्ट सीधे संसद में प्रस्तुत करते हैं।
ऐसे निगम हैं -:
महत्वपूर्ण बातें
भारत के वर्तमान सीएजी अधिकारी राजीव महर्षी 2017 से
2017 से पहले शशिकांत जी थे
GK CATEGORY WISE BY K S R
CHEMESTRY GK | ECO GK |
GEOGRAPHY GK BY K S R
SOLAR BASIC P2 |
EARTH PLANET |
Ye v kaafi acchi jankari pradhan ki hai aapne 👌
ReplyDeletethanks dear
DeleteHye I am vishal, from jamshedpur
ReplyDeleteNice info!👌
Hello sir mai apke notes pichle 5din se pad raha hu or isse mera confidence kafi baad raha hai....or mujhe lagta hai ki agar mai apke notes isi tarah se padtA rahuto mujhe or koi gk GS padni ki jarurat nhi padegi....thanks
ReplyDeleteThanks for giving this type of knowledge I think if I learn your notes I will pass it exam
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